Holi
Insaan ki fitrat h badalte rehna
Badal tho hum gaye h..per..
Waqt badal raha hai
ye hee kehte rehna.. (2)
Likhnewale ne tho Ramjaan me Ram likha
Aur Holi me Ali.. (2)
Chote se naam me chupi gahrai ko..
Samjo tho...."waah kya kehna" ..!!
Jai jinendra
Nisha Tated
होली
इंसान की फितरत है बदलते रहना,
बदल तो हम गये है, पर
वक़्त बदल रहा है
ये ही कहते रहना !!(2)
लिखने वाले ने रमजान मे राम लिखा
और होली मे अली (2)
छोटे से नाम मे छुपी गहराई को
समझो तो "वाह क्या कहना"।!
जय जिनेन्द्र
निशा तातेङ
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